An ocean of thoughts,earlier this blog was named as "Indian Sociology..my burst and commentary". This is because it was meant to express myself on some general observations clicking my mind about my milieu...the Indian milieu. Subsequently a realisation dawned on that it was surging more as some breaking magma within . Arguments gave the heat to this molten hot matter which is otherwise there in each of us. Hence the renaming.
Why we are either Far-right wingers, or the Far -left wingers ? Why are most people so? Why are we bigoted?
क्या राजनैतिक झगड़ा चल रहा है वर्तमान भारत में 'इतिहास' और 'हिन्दू राष्ट्र' के इर्दगिर्द
सिग्मंड फ्रॉएड और शिक्षित तथा अशिक्षित व्यक्ति का अंतर
–भाग २
इंसान संसार को जिस आधारों से देखता, समझता, उच्चारण करता है, वे cognitive schemas कहलाने वाले बिंदु इंसान को अपने पर्यावरण,निकट संबंधियों,मित्रो और शिक्षा से प्राप्त होते हैं। प्रत्येक इंसान अपने मतानुसार संसार को चलाने वाली शक्तियों को बूझता रहता है,ताकि वो इन शक्तियों को अपने हित में, सुख सुविधा के लिए नियंत्रित कर सके। इस शक्तियों का बोध प्रत्येक इंसान में भिन्न होता है–ये क्या है, कैसी हैं, इत्यादि।
शिक्षित व्यक्ति और गंवार(अशिक्षित) का अंतर यही से आता है।
इन शक्तियों को बेहतर समझते बूझते और फिर जीवन में अधिक सफल होते हैं, वे अक्सर ऐसे लोग होते हैं, जो किन्हीं अकादमी में जा कर पुराना, संजोया हुआ, संरक्षित ज्ञान किताबों से प्राप्त करते हैं। वे शिक्षित लोग समझे जाते हैं।
और गंवार वे होते हैं, जो इन शक्तियों का बोध अपने जीवन अनुभव, मित्रो, पर्यावरण से निर्मित करते हैं। अक्सर ऐसे लोग कम सफल होते हैं।
छोटे बालको को कंप्यूटर का इतिहास पढ़ाया जाना क्यों जरूरी होता है ?
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